दूसरे दिन मैं सोफे पर बैठा था, खुद को चरम पर पहुंचाने की कोशिश कर रहा था.अचानक से मेरी सौतेली बहन अंदर आई और उसने मुझे मेरे लंड से खेलते हुए देख लिया.वो मेरे बड़े लंड से सच में हैरान थी और उसे आजमाना चाहती थी.इसलिए, थोड़ी सी झिझक के बाद वो मेरे सामने घुटने के बल बैठ गई और मेरे लंड को चूसने लगी.पहले तो वो थोड़ा हिचकिचा रही थी क्योंकि उसने पहले कभी ऐसा नहीं किया था, लेकिन थोड़ी देर बाद उसको इसकी आदत पड़ गई और मजा आने लगा.उसके बाद उसने अपनी पैंटी उतार दी और टांगें फैला दीं, तो मैं उसे चोद पाया.पहले वो सोफे पर बैठी हुई थी, और फिर वो बेड पर लेटे हुए ही मेरे लंड पर सवार हो गई.फिर मैंने उसे झुका कर पीछे से चोद दिया.अंत में उसने मुझे फिर से एक ब्लोजॉब दिया और मैं उसके पूरे चेहरे पर आ गया.