एक दो दिन पहले मेरी गर्लफ्रेंड के मन में थोड़ा सा पागलपन भरा प्लान था.वो सुबह उठते ही कामुक मालिश से मुझे सरप्राइज देना चाहती थी.मेरी आंख खुलते ही मुझे उसका खूबसूरत चेहरा दिख रहा था, और मैंने कुछ न कहते हुए उसे अपने ऊपर चढ़ने दिया.वो अपने कोमल हाथों से मेरी पीठ की मालिश करने लगी, धीरे धीरे मेरी गांड पर जा रही थी, जिसे उसने धीरे से निचोड़ते हुए मुझे खुशी से कराहते हुए कर दिया.फिर वो मेरी जांघों पर सरक गई, जहां उसने मुझे स्ट्रोक करना और सहलाना जारी रखा, मुझे और भी ज्यादा उत्तेजित महसूस करवाना शुरू कर दिया.आखिर में उसने मेरे पैर फैला दिए और लंड की मालिश करते हुए मुझे आनंद के चरमोत्कर्ष पर पहुंचा दिया.बस मैं उसके बारे में सोच सकता था कि मैं उससे कितना प्यार करता था, और उसकी बड़ी गांड कितनी गज़बरूत थी.