चीन के दिल में एक युवा एशियाई सुंदरी खुद को एक अजीब स्थिति में पाती है। सुबह बंदूक की गोलियों की बहकी हुई गर्जना, उसकी रीढ़ की हड्डी को ठंडक पहुंचाते हुए बाधित हुई। फिर भी, उसके भीतर एक अप्रत्याशित सनसनी, भय और उत्तेजना के मिश्रण को हलचल हुई जिसे वह अनदेखा नहीं कर सकी। जैसे ही उसने अपने शरीर का पता लगाया, उसकी उंगलियों ने उसकी संवेदनशील सिलवटों पर नृत्य किया, जिससे एक उग्र इच्छा प्रज्वलित हुई। खाली घर से गूंजती गोलियों की आवाज ने उसकी उत्तेजक को बढ़ा दिया, उसे किनारे तक धकेल दिया। उसके नाजुक हाथों ने बेमन से काम किया, उसे चरमोत्कर्ष के करीब ले गया। आनंद का क्रेसेंडो लगभग स्पष्ट था, जो बंदूक की आग की लय को दर्शाता था। उसका शरीर परमान में उलझा हुआ था, हिंसा और कामुकता की सिम्फनी में पकड़ा गया। भय और इच्छा के बीच की रेखा, केवल कच्चा टेस्ट छोड़, इस युवा सुंदरता के युवा सौंदर्य में कच्चापन छोड़ दिया।.